मिलिए नंदिता से !

20 साल पहले मेरे मां-बाप ने मुझे घर से भगा दिया था: नन्दिता दागा 

कोलकाता l कहते हैं भगवान की सबसे बड़ी नियामत होती है मोहब्बत और ये जिसे मिल जाती है, उसे खुदा की खुदाई मिल जाती है. हर धर्म, हर मज़हब में इसे खुदा का दर्जा दिया गया है. और यही प्यार, मोहब्बत खुदा ने भर भर कर नन्दिता दागा को दे दिया है. नतीजतन आज इंफ्लुएंसर बन कर वे सैकड़ों लोगों को अपनी ओर खींचने में कामयाब हो रही हैं.  इसी बीच गत शनिवार को पार्कस्ट्रीट स्थित महावीर दांवर ज्वेलर्स में नन्दिता ने एक अनोखे कार्यक्रम का आयोजन किया था. जहां पर उन्होंने शहर के कई बड़े उद्योगपतियों से लेकर मॉडल्स, कामकाजी महिलाओं एवं अन्य लोगों को कम्पनी की मौजूदा ब्राइडल कलेक्शन को दिखाने के लिए बुलाया था. वहां पहुंचे लोगों में उत्साह देखने लायक था.

मालूम हो कि नन्दिता का सफर इतना आसान नहीं था. जब मीडिया में उन्होंने करियर बनाने की सोची, तो उनके घरवाले सबसे पहले उनके सामने रुकावट बनकर खड़े हो गए. क्योंकि वे मारवाड़ी फैमिली से थीं. आगे चलकर उनके माता पिता ने उनको कहा था कि तू घर से भाग जा और अपनी ज़िन्दगी जी ले. यह घटना आज से 20 साल पहले की थी. फिर जाकर नंदिता को बालाजी टेलीफिल्म्स की सीरियल कसौटी जिंदगी की में काम करने का मौका मिला. 

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित नंदिता से जब यह पूछा गया कि 'कसौटी ज़िन्दगी की' के बाद आप इंफ्लुएंसर कैसे बनीं, के जवाब में उन्होंने कहा, उन दिनों कोलकाता में मेरी शादी तय हो गई थी. शादी के बाद कोलकाता में ही 16 साल से रह रही हूं. फिर चलकर मीडिया में मैंने कम बैक किया. ओटीटी प्लेटफार्म से जुड़ीं. धीरे-धीरे इंफ्लुएंसर बनी और महज़ 2 साल के अंदर 550 से भी ज़्यादा ब्रांडों के साथ जुड़ गई, जिनमें पोर्शे, तनिष्क, तनेरा जैसे ब्रांड शामिल हैं.

बताते चलें कि नन्दिता को बचपन से ही टेलिविज़न में अपना चेहरा दिखाने का शौक था. इसलिए आगे उन्होंने आरजे का कोर्स किया था. और रेडियो मिर्ची से भी जुड़ीं.

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